कर्नाटक में डेंगू बुखार की बढ़ती समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। राज्य में डेंगू के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिस पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार ने ये बड़ा कदम उठाया है।
डेंगू के बढ़ते मामले
जनवरी से जुलाई 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार, कर्नाटक में 7,362 डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। इस संख्या को देखकर सरकार ने डेंगू बुखार को महामारी घोषित करने का निर्णय लिया है।
सरकार की नई योजनाएं
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने डेंगू महामारी से निपटने के लिए नई योजनाएं बनाई हैं। अब हर अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए 10 बेड की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को मच्छरदानी भी वितरित की जाएगी ताकि मच्छरों से बचाव हो सके।
स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा है कि सरकार हर स्थिति पर ध्यान रख रही है। सभी विभागों को डेंगू के स्त्रोतों को कम करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए आशा और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर जागरूकता फैलाने के लिए कहा गया है।
डेंगू के खिलाफ कदम
डेंगू के मामलों को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। इनमें मच्छर उन्मूलन अभियान, विशेष स्वास्थ्य जांच, और जनता को डेंगू के लक्षण और इलाज के बारे में जानकारी देना शामिल है।
आगामी योजनाएं
सीएम सिद्धारमैया ने कहा है कि आगे भी डेंगू से निपटने के लिए और भी कदम उठाए जाएंगे। इसमें मच्छर जनित बीमारियों के प्रभाव को कम करने के लिए अतिरिक्त संसाधनों की तैनाती और स्वास्थ्य अभियानों का विस्तार शामिल है।
इस महामारी से निपटने के लिए कर्नाटक सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। उम्मीद की जा रही है कि इन योजनाओं से डेंगू के मामलों में कमी आएगी और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।